Friday, November 16, 2018

टीम में मुझे सबसे ज्यादा न रवि शास्त्री से ही सुनने को मिलती है

कोच रवि शास्त्री की नजर में विराट कोहली की अगुआई वाली टीम इंडिया पिछले 15 साल की सर्वश्रेष्ठ टीम है। हालांकि, कोहली का कहना है कि उन्हें टीम में सबसे ज्यादा न रवि शास्त्री से ही सुनने को मिलती है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होने से पहले विराट कोहली और रवि शास्त्री ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही। ऑस्ट्रेलिया में भारत तीन टी-20, चार टेस्ट और तीन वनडे की सीरीज खेलेगा।

शास्त्री के मैन मैनेजमेंट का जवाब नहीं
विराट ने बताया, 'सबसे ज्यादा ना मुझे कोच से ही सुनने को मिली है, लेकिन ये निजी चीजें होती हैं। ये टीम के एक अंदरूनी माहौल में होती हैं। टीम में हर किसी को अपनी राय रखने की आजादी है। एक दिन मेरा क्रिकेट खत्म हो जाएगा। रवि भाई भी चले जाएंगे। हम सिर्फ एक दी गई जिम्मेदारी के लिए काम करते हैं। हम दोनों , बल्कि हम सभी का एक ही मकसद है कि क्रिकेट को आगे ले जाएं। 2014 में मेरे इंग्लैंड दौरे और 2015 में शिखर धवन को दबाव से बाहर निकालने में शास्त्री का अहम योगदान रहा है। उनके सुझावों पर मैंने टीम में कई अहम बदलाव किए। मैन मैनेजमेंट के मामले में वे लाजवाब हैं।'

ऑस्ट्रेलिया में बल्लेबाजी पर फोकस
विराट ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में हमारा फोकस बल्लेबाजी पर ज्यादा रहेगा, क्योंकि मौजूदा समय में हमारे गेंदबाज अच्छा परफॉर्म कर रहे हैं। अगर निचले क्रम में ऑलराउंडर रनों से अपना योगदान देने में सफल रहेंगे तो हम किसी भी मैच या सीरीज के नतीजे को बदल सकते हैं। इंग्लैंड में लॉर्ड्स टेस्ट को छोड़ दें तो हमने टुकड़े-टुकड़े में अच्छी बल्लेबाजी की। हां, किसी एक मैच में हमारे बल्लेबाज एक साथ अच्छा नहीं कर पाए।

अब प्रयोग करने का समय नहीं बचा : शास्त्री
शास्त्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज को हम हल्के में नहीं ले सकते, क्योंकि वर्ल्ड कप से पहले यह सीरीज होगी। ऐसे समय में अब हम किसी और खिलाड़ी को चोटिल होते नहीं देख सकते। अब प्रयोग करने का समय बीत चुका है। हमारे पास अब किसी भी खिलाड़ी को हटाने या बदलने का वक्त नहीं है।

इस साल की शुरुआत में ही तय हो गया था कि विराट कोहली की अगुआई में टीम इंडिया को तीन मुश्किल चुनौतियों से जूझना होगा। दक्षिण अफ्रीका दौरा, इंग्लैंड दौरा और ऑस्ट्रेलिया दौरा ये तीन चुनौतियां थीं। टेस्ट क्रिकेट में इन तीनों ही देशों में भारत का रिकॉर्ड अच्छा नहीं था। दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया कभी कोई सीरीज नहीं जीत सकी थी। वहीं, इंग्लैंड में पिछले दो दौरे पर करारी हार मिली थी। इस बार दक्षिण अफ्रीका में भारत ने कड़ा संघर्ष किया लेकिन, 1-2 से हार मिली। इंग्लैंड में पांच मैचों की सीरीज 1-4 से गंवाई। अब बारी है ऑस्ट्रेलिया दौरे की।

ऑस्ट्रेलिया में आठ सीरीज हार चुकी है टीम इंडिया

टीम इंडिया 1947 से ऑस्ट्रेलिया का दौरा कर रही है। तब से अब तक टीम इंडिया 11 बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज खेल चुकी है। इनमें से 8 सीरीज में हमें हार का सामना करना पड़ा। वहीं तीन सीरीज ड्रॉ रही। पिछले लगातार तीन ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज गंवाई है। ऑस्ट्रेलिया में भारत की मुश्किल का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वहां टीम अब तक 44 टेस्ट में सिर्फ पांच ही जीत पाई है। उसे 28 में हार का सामना करना पड़ा है और 11 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं।

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